मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना 2024 मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक कौशल विकास और रोजगार योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य के युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार के योग्य बनाना और उनके लिए आय के स्रोतों का सृजन करना है। इस योजना के अंतर्गत युवाओं को आवश्यक कौशल प्रशिक्षण के साथ-साथ स्टाइपेंड (प्रशिक्षण भत्ता) भी दिया जाएगा, ताकि वे आर्थिक रूप से भी समर्थ बन सकें।
यदि सीखो कमाओ योजना का लाभ लेना चाहते है तो उसके लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा। रजिस्ट्रेशन करने के लिए योजना के आधिकारिक वेबसाइट में जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते है। रजिस्ट्रेशन करने के बाद आपका नाम सेलेक्शन लिस्ट में आ जायेगा। फिर इस योजना में दिए जाने वाले प्रशिक्षण में भाग ले सकते है। लेकिन कई लोगो को इसके रजिस्ट्रेशन करने की ऑनलाइन प्रोसेस मालूम नहीं होती, इसलिए लाभ लेने से वंचित हो जाते है। इसलिए सीखो कमाओ योजना में रजिस्ट्रेशन की ऑनलाइन प्रक्रिया को स्टेप में बताया हुआ है। आइये इसे विस्तार से जाने ।
योजना के उद्देश्य :
- युवाओं को विभिन्न कौशलों में प्रशिक्षित करना ताकि उन्हें रोजगार के अच्छे अवसर मिल सकें।
- युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना और स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना।
- विभिन्न उद्योगों में कौशल की मांग को पूरा करना।
- राज्य की बेरोजगारी दर को कम करना।
योजना की मुख्य विशेषताएँ :
- प्रशिक्षण के साथ आय : इस योजना के अंतर्गत युवाओं को प्रशिक्षण के दौरान ही स्टाइपेंड दिया जाएगा, जिससे वे आर्थिक रूप से समर्थ बन सकें।
- विभिन्न कोर्स और ट्रेड : योजना में कई क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा, जैसे कि आईटी, इलेक्ट्रिकल, मेकानिकल, डिजिटल मार्केटिंग, अकाउंटिंग, स्वास्थ्य सेवा, खुदरा व्यापार, आदि।
- ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग : इस योजना में युवाओं को ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे उन्हें व्यावहारिक ज्ञान और अनुभव प्राप्त हो।
- स्टाइपेंड की राशि : योजना के अंतर्गत युवाओं को ₹8,000 से ₹10,000 प्रति माह तक का स्टाइपेंड मिलेगा, जो कोर्स और योग्यताओं पर निर्भर करेगा।
- डिजिटल प्रमाणपत्र : योजना के अंत में प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने पर प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा।
योजना पात्रता :
- आयु सीमा: 18 से 29 वर्ष के बीच के युवक और युवतियाँ।
- शैक्षणिक योग्यता: न्यूनतम 12वीं पास या उसके समकक्ष योग्यता।
- निवास: मध्य प्रदेश का निवासी होना अनिवार्य है।
- रजिस्ट्रेशन: सभी इच्छुक उम्मीदवारों को योजना में आवेदन करने के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा।
योजना बहिष्कार :
- पहले से किसी अन्य सरकारी नौकरी में लगे हुए युवा इस योजना का लाभ नहीं ले सकते हैं।
- गैर-निवासी और राज्य के बाहर के युवाओं को योजना में भाग लेने की अनुमति नहीं है।
योजना के फायदे :
- आर्थिक सहायता: प्रशिक्षण के दौरान स्टाइपेंड मिलने से युवाओं को आर्थिक मदद मिलेगी।
- रोजगार अवसर: कौशल विकास से रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे।
- व्यावहारिक अनुभव: ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग से युवाओं को वास्तविक कार्य अनुभव मिलेगा।
- प्रमाणपत्र: सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा करने पर प्रमाणपत्र मिलने से रोजगार के अवसर बढ़ सकते हैं।
- स्वरोजगार: इस योजना के माध्यम से आत्मनिर्भर बनकर युवा स्वरोजगार भी शुरू कर सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज़:
- आधार कार्ड या पहचान पत्र
- निवास प्रमाण पत्र (मध्य प्रदेश का निवासी होना आवश्यक है)
- शैक्षणिक योग्यता के प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक खाता विवरण (स्टाइपेंड के लिए)
आवेदन प्रक्रिया:
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन: उम्मीदवारों को आधिकारिक पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा।
- दस्तावेज़ अपलोड: पंजीकरण के बाद आवश्यक दस्तावेज़ जैसे कि पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र, शैक्षणिक प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो आदि अपलोड करने होंगे।
- अभ्यर्थी चयन और कौशल कोर्स आवंटन: उम्मीदवारों की योग्यता और रुचि के अनुसार कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम का चयन किया जाएगा।
- प्रशिक्षण केंद्र में उपस्थिति: पंजीकरण और चयन के बाद उम्मीदवार को निर्धारित प्रशिक्षण केंद्र में जाकर प्रशिक्षण लेना होगा।
निष्कर्ष:
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना 2024 मध्य प्रदेश सरकार का एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जो युवाओं को रोजगार के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करता है। इस योजना से न केवल राज्य में बेरोजगारी दर कम होगी बल्कि युवा आत्मनिर्भर बनकर अपनी आजीविका भी चला सकेंगे।
प्रतिष्ठान पंजिकरण (Registration) | Click Here |
अभ्यर्थी पंजिकरण (Registration) | Click Here |
LOgin | Click Here |
FAQS
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना क्या है?
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना 2024 मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक कौशल विकास और रोजगार योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य के युवाओं को विभिन्न कौशलों में प्रशिक्षित कर रोजगार के योग्य बनाना और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है।
इस योजना के तहत युवाओं को क्या लाभ मिलेगा?
इस योजना में युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण दिया जाएगा, और प्रशिक्षण के दौरान ₹8,000 से ₹10,000 प्रति माह तक का स्टाइपेंड (प्रशिक्षण भत्ता) भी मिलेगा। प्रशिक्षण पूरा होने पर उन्हें प्रमाणपत्र भी प्रदान किया जाएगा।
इस योजना में कौन-कौन से कौशल क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा?
योजना में आईटी, डिजिटल मार्केटिंग, स्वास्थ्य सेवा, खुदरा व्यापार, इलेक्ट्रिकल, मेकानिकल, अकाउंटिंग, और अन्य कई क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस योजना का उद्देश्य क्या है?
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं को रोजगार योग्य कौशल प्रदान करना, उनकी आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना, और राज्य में बेरोजगारी दर को कम करना है।
योजना के लिए कौन पात्र है?
योजना के लिए पात्रता निम्नलिखित है:
- आयु: 18 से 29 वर्ष।
- शैक्षणिक योग्यता: कम से कम 12वीं पास।
- निवास: मध्य प्रदेश का निवासी होना अनिवार्य है।
क्या इस योजना में सभी राज्य के युवक और युवतियाँ आवेदन कर सकते हैं?
हाँ, यदि आवेदक मध्य प्रदेश का निवासी है और उसकी आयु तथा शैक्षणिक योग्यता योजना की पात्रता शर्तों के अनुसार है, तो वह आवेदन कर सकता है।
आवेदन करने की प्रक्रिया क्या है?
ऑनलाइन पंजीकरण: योजना के आधिकारिक पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण करें।
दस्तावेज़ अपलोड: आवश्यक दस्तावेज़ जैसे आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, शैक्षणिक प्रमाण पत्र, फोटो, और बैंक खाता विवरण अपलोड करें।
प्रशिक्षण केंद्र चयन: चयन के बाद उम्मीदवार को प्रशिक्षण केंद्र आवंटित किया जाएगा।
प्रशिक्षण प्रारंभ: आवंटित केंद्र में जाकर प्रशिक्षण प्राप्त करें।
इस योजना के अंतर्गत कितना स्टाइपेंड मिलेगा?
योजना के तहत ₹8,000 से ₹10,000 प्रति माह का स्टाइपेंड मिलेगा, जो कोर्स और कौशल क्षेत्र के अनुसार बदल सकता है।
योजना में कितनी अवधि का प्रशिक्षण मिलेगा?
प्रशिक्षण की अवधि कोर्स के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। यह आम तौर पर 3 से 12 महीने तक हो सकती है।
योजना के अंत में क्या प्रमाणपत्र मिलेगा?
प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने पर प्रतिभागी को डिजिटल प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा, जो रोजगार में सहायक होगा।
Leave a Reply