मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना 2024:
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य में बालिकाओं के सशक्तिकरण, उनके स्वास्थ्य और शिक्षा को प्रोत्साहन देना है। यह योजना विशेष रूप से बेटियों के विकास में बाधा बनने वाले आर्थिक अभाव को दूर करने के लिए बनाई गई है।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गयी मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत बेटियों के जन्म से लेकर उनकी शिक्षा तक के लिए 25000 रुपये की आर्थिक मदद करती है। सरकार द्वारा मिलने वाली ये रकम 6 किस्तों में दी जाती है। लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है की सरकार ने योजना (Kanya Sumangala Yojana 2024) गरीब परिवार की कन्याओ के लिए चलाया है। इसलिए सरकार ने इसके लिए उन्ही को पात्र माना है जिनकी सालाना आय 3 lakh से कम है।
योजना का उद्देश्य:
- लड़कियों के जन्म को प्रोत्साहन देना : लड़कियों के जन्म पर सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करना।
- शिक्षा को बढ़ावा देना : बेटियों की शिक्षा और स्वास्थ्य सुनिश्चित करना।
- आर्थिक बाधाओं को दूर करना : गरीबी के कारण बेटियों की पढ़ाई में रुकावट न हो।
- लिंगानुपात सुधारना : बालिकाओं के प्रति समाज में समानता और जागरूकता लाना।
योजना का विवरण:
यह योजना बालिकाओं को उनके जीवन के अलग-अलग चरणों में वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
- कुल सहायता राशि: ₹15,000 (छह चरणों में वितरित)।
- सहायता विभिन्न चरणों में इस प्रकार है:
- जन्म पर: ₹2000
- टीकाकरण (1 वर्ष में): ₹1000
- कक्षा 1 में प्रवेश पर: ₹2000
- कक्षा 6 में प्रवेश पर: ₹2000
- कक्षा 9 में प्रवेश पर: ₹3000
- स्नातक/डिप्लोमा (कोर्स की शुरुआत पर): ₹5000
योजना के फ़ायदे:
- बालिकाओं के जन्म से लेकर शिक्षा तक की आर्थिक मदद।
- परिवारों को बालिकाओं के प्रति प्रोत्साहित करना।
- समाज में बेटियों के महत्व को बढ़ाना।
- शिक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना।
पात्रता:
- निवास: योजना का लाभ केवल उत्तर प्रदेश के निवासी उठा सकते हैं।
- आय सीमा: परिवार की वार्षिक आय ₹3 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- बेटी की संख्या: एक परिवार की अधिकतम दो बेटियां योजना के अंतर्गत पात्र हैं।
- जन्म: बेटी का जन्म 1 अप्रैल 2019 के बाद हुआ हो।
बहिष्कार:
- यदि परिवार की वार्षिक आय ₹3 लाख से अधिक है।
- जिन परिवारों की तीन या अधिक बेटियां हैं।
- यदि बेटी उत्तर प्रदेश की निवासी नहीं है।
- योजना के अंतर्गत गलत जानकारी देने पर लाभ से वंचित किया जाएगा।
आवश्यक दस्तावेज़:
- बेटी का जन्म प्रमाण पत्र।
- माता-पिता का आधार कार्ड।
- परिवार का आय प्रमाण पत्र।
- निवास प्रमाण पत्र।
- बेटी का स्कूल प्रमाण पत्र (जहां लागू हो)।
- बैंक खाता विवरण।
आवेदन प्रक्रिया:
- योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।

- नवीन पंजीकरण विकल्प पर क्लिक करें।
- आवेदक की जानकारी (माता-पिता और बेटी का विवरण) भरें।
- मांगे गए दस्तावेज़ अपलोड करें।

- आवेदन पत्र जमा करें।
- सत्यापन के बाद सहायता राशि सीधे बैंक खाते में भेजी जाएगी।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ):
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना क्या है
यह योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य बालिकाओं के जन्म से लेकर शिक्षा तक विभिन्न चरणों में आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
योजना के तहत कितनी राशि प्रदान की जाती है?
योजना के तहत कुल ₹15,000 की सहायता राशि बालिका को छह चरणों में प्रदान की जाती है:
स्नातक/डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश: ₹5000
जन्म पर: ₹2000
टीकाकरण (1 वर्ष में): ₹1000
कक्षा 1 में प्रवेश: ₹2000
कक्षा 6 में प्रवेश: ₹2000
कक्षा 9 में प्रवेश: ₹3000
इस योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
बालिकाओं के जन्म को प्रोत्साहन देना।
बेटियों की शिक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना।
लिंग असमानता को कम करना।
बेटियों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना।
कौन-कौन इस योजना का लाभ उठा सकता है?
केवल उत्तर प्रदेश के निवासी।
जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय ₹3 लाख से कम है।
एक परिवार में अधिकतम दो बेटियां पात्र हैं।
बेटी का जन्म 1 अप्रैल 2019 या इसके बाद हुआ हो।
योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया क्या है?
योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
“नवीन पंजीकरण” पर क्लिक करें।
आवेदन फॉर्म भरें और जरूरी दस्तावेज़ अपलोड करें।
फॉर्म जमा करें।
सत्यापन के बाद सहायता राशि बैंक खाते में स्थानांतरित कर दी जाएगी।
आवेदन के लिए कौन-कौन से दस्तावेज़ आवश्यक हैं?
बालिका का जन्म प्रमाण पत्र।
माता-पिता का आधार कार्ड।
परिवार का आय प्रमाण पत्र।
निवास प्रमाण पत्र।
बेटी का स्कूल प्रमाण पत्र (जहां लागू हो)।
बैंक खाता विवरण।
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